कॉरपोरेट दुनिया में कई साल काम करने के बाद, मैंने उद्यमिता की राह पर कदम रखा, और यह फैसला मेरे जीवन के सबसे संतोषजनक निर्णयों में से एक साबित हुआ। हॉस्पिटैलिटी और टेक्सटाइल क्षेत्र में अपने करियर के दौरान, मेरे मन में कुछ अपना शुरू करने की इच्छा जगी। यही सोच मेरी उद्यमिता की यात्रा की नींव बनी, जिसकी शुरुआत 2016 में हुई।
यह सब एक छोटे ऑनलाइन पर्ल ज्वेलरी बिज़नेस से शुरू हुआ, जो मेरी खुद की डिजाइन की गई और हाथ से बनाई गई ज्वेलरी को लोगों द्वारा पसंद किए जाने से प्रेरित था। जो एक शौक के तौर पर शुरू हुआ था, वह आज एक सफल बिज़नेस बन चुका है, जिसमें दो अलग-अलग बिज़नेस लाइनें हैं। यह सफर कॉरपोरेट और उद्यमिता के बेहतरीन संगम को समझने का अनमोल अवसर रहा।
कॉरपोरेट दुनिया से बाहर निकलना मेरे लिए एक बड़ा मोड़ था। महामारी के दौरान, मैंने पूरी तरह अपने ज्वेलरी बिज़नेस पर ध्यान देने का फैसला किया, जिसमें पहले ही अच्छी ग्रोथ दिख रही थी। एक साल में ही ₹5 लाख की बिक्री और 100% ग्रोथ हासिल हुई । इस सफलता से प्रेरित होकर, मैंने 2021 में शोर2शोर की स्थापना की, एक ऐसा ब्रांड जिसकी सोच भारत के उत्पादों को दुनियाभर में ले जाना है। मैंने अपने ज्वेलरी ब्रांड को अतीरास नाम दिया, जो एक खगोलीय शब्द से प्रेरित है। यह ब्रांड मुख्यतः कामकाजी महिलाओं के लिए सेमी-प्रेशियस स्टोन्स और मोतियों से बनी एलिगेंट ज्वेलरी पेश करता है । हाल ही में, हमने युवाओं को ध्यान में रखते हुए हल्के और आधुनिक डिज़ाइन भी शामिल किए हैं।
जैसे-जैसे शोर2शोर बढ़ा, मैंने होटल सप्लाई बिज़नेस की दूसरी लाइन भी शुरू की, जिसमें कॉटन लॉन्ड्री बैग्स, प्रेसिंग बैग्स और शू बैग्स शामिल हैं। यह बिज़नेस मेरी कॉरपोरेट अनुभव और रचनात्मक सोच का संगम है । मैंने होटल इंडस्ट्री में पर्चेज हेड के रूप में काम करते हुए इस मार्केट की गहरी समझ पाई थी । हमारा पहला बड़ा क्लाइंट उदयपुर से था, जिसने 8 तरह के बैग्स का ऑर्डर दिया।
इस सफर में मेरे इंडस्ट्री कनेक्शन और मेरे पति का अटूट सहयोग मेरी ताकत बने। आज शोर2शोर में 150 ज्वेलरी एसकेयूज़ (माल-संग्रह इकाई) और 50 होटल सप्लाई एसकेयूज़ हैं। हम टिकाऊपन को प्राथमिकता देते हैं – जैसे सेमी-प्रेशियस स्टोन्स जयपुर से, मोती हैदराबाद से और कपड़े दक्षिण भारत से मंगवाते हैं। बचा हुआ कपड़ा मंदिरों को दान दिया जाता है ताकि वेस्टेज कम हो।
जून 2023 में वॉलमार्ट वृद्धि कार्यक्रम से जुड़ना मेरे लिए एक बदलाव लाने वाला अनुभव था। भले ही मेरे पास 30 साल का प्रोफेशनल अनुभव था, इस प्रोग्राम ने मुझे उद्यमिता को एक नई दृष्टि से देखने का मौका दिया। व्यक्तिगत मेंटरशिप सेशन्स में मुझे बिज़नेस मैनेजमेंट, क्रिएटिव सोच और स्ट्रैटेजिक प्लानिंग पर ठोस मार्गदर्शन मिला।
सबसे बड़ी सीख यह थी कि हर महीने रेवेन्यू और सेल्स की निगरानी कितनी ज़रूरी है। इससे मुझे अपने ज्वेलरी बिज़नेस को डायवर्सिफाई करने और इंटरनेशनल मार्केट्स में विस्तार करने की दिशा मिली। फ्लिपकार्ट पर ऑनबोर्डिंग से हमारे ऑनलाइन बिज़नेस को 40%-50% तक की ग्रोथ मिली।
वॉलमार्ट वृद्धि ने यह भी सिखाया कि प्रतिस्पर्धियों को समझना और ग्राहकों की प्रतिक्रिया सुनना बेहद ज़रूरी है। इसी वजह से हमने मैटीरियल और डिज़ाइनों में सुधार किया और हर तीन महीने में नए प्रोडक्ट लॉन्च करना शुरू किया ताकि मार्केट की माँग के अनुसार अपडेट रहें।
वॉलमार्ट वृद्धि के ज़रिए मिली मेंटरशिप ने मुझे दोनों बिज़नेस को स्केल करने का आत्मविश्वास दिया। प्रोग्राम पूरा करने के बाद से, शोर2शोर ने ज्वेलरी और होटल सप्लाई दोनों क्षेत्रों में 100% ग्रोथ दर्ज की है।
FY25 के लिए मेरा लक्ष्य ₹2.5 करोड़ का रेवेन्यू हासिल करना और अपनी टीम को और बढ़ाना है। हमारी टीम में अभी 15 लोग हैं, और हम ब्रांडिंग, मार्केटिंग और वेब डेवलपमेंट के लिए विशेषज्ञों को जोड़ने की योजना बना रहे हैं।
															
															सबसे बड़ा सबक यही है कि उद्यमिता बेहद संतोषजनक होती है, लेकिन इसके लिए धैर्य और निरंतरता चाहिए। वॉलमार्ट वृद्धि जैसे प्रोग्राम उद्यमियों को सही दिशा देने, बिज़नेस अवसर बढ़ाने और रोजगार सृजन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
जब मैं इस यात्रा पर नज़र डालती हूँ, तो अब तक हासिल किए गए मुक़ामों के लिए दिल से आभार होता है और आगे आने वाले सफर के लिए उत्साह। यह विश्वास से भरी छलांग वाकई एक असाधारण अनुभव रही है।