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सतत भविष्य का निर्माण

भावना गुलाटी

संस्थापक, द एंग्रेव्ड स्टोर, जयपुर, राजस्थान

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करीब एक दशक तक होम साइंस की प्रोफेसर रहने के बाद, मैंने उद्यमिता की राह चुनने का निर्णय लिया। अपने व्यवसाय का विचार इस इच्छा से जन्मा कि मैं कुछ खास, टिकाऊ और नक़्क़ाशीदार प्रोडक्ट्स बना सकूँ।
मेरा उद्देश्य ऐसे आइटम्स पेश करना था, जो सिर्फ सजावटी न हों, बल्कि उनमें एक व्यक्तिगत एहसास भी झलके, जैसे गेम्स, लकड़ी की ज्वेलरी, ऑफिस एक्सेसरीज़ और कई तरह के उपयोगी प्रोडक्ट्स। हर पीस को मैं ग्राहक की पसंद के अनुसार डिजाइन, टेक्स्ट या इमेज उकेरकर एकदम खास बनाती थी। इसी सोच के साथ, 2016 में जयपुर से मेरी उद्यमिता की यात्रा की शुरुआत हुई।

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मैं एक ऐसे मार्केट में कदम रख रही थी जो पहले से ही भरा हुआ था, जहाँ मेरे जैसे कई पहले से स्थापित प्रतियोगी थे। शुरुआती चुनौतियाँ बहुत बड़ी थीं – डिज़ाइन्स की प्लानिंग से लेकर मैन्युफैक्चरिंग प्रोसेस सेट करना और फाइनेंशियल मैनेजमेंट तक, हर स्टेप एक सीखने वाला सफर था। लेकिन इन सबके बावजूद मेरा हौसला और मज़बूत हुआ। मुझे पता था कि मेरे पास कुछ खास है जो भीड़ से अलग दिख सकता है।

सबसे बड़ी चुनौती थी एक मजबूत ब्रांड पहचान बनाना। आज के समय में, जब ग्राहकों के पास अनगिनत विकल्प होते हैं, सिर्फ क्वालिटी प्रोडक्ट्स काफी नहीं होते, इसके साथ एक ऐसी कहानी भी चाहिए, जिससे ग्राहक खुद को जोड़ पाएं। इसके लिए मैंने बाजार के ट्रेंड्स, ग्राहकों की पसंद और मार्केटिंग रणनीतियों पर गहन रिसर्च की।

दूसरी बड़ी चुनौती थी मैन्युफैक्चरिंग प्रक्रिया को सुव्यवस्थित करना। नए व्यवसाय के रूप में सही सप्लायर्स खोजना, क्वालिटी कंट्रोल सुनिश्चित करना और प्रोडक्शन कॉस्ट को संतुलित रखना, ये सब मैंने समय के साथ सीखा। कई बार निराशा भी हुई, लेकिन हर चुनौती ने मुझे और मेरे व्यवसाय दोनों को और अधिक मज़बूत बनाया।

वॉलमार्ट वृद्धि के साथ ग्रोथ और सस्टेनेबिलिटी को अपनाना

मेरी यात्रा का टर्निंग पॉइंट था वॉलमार्ट वृद्धि प्रोग्राम से जुड़ना, जो 2022 में हुआ। ये प्रोग्राम सिर्फ बिज़नेस को आगे बढ़ाने वाला नहीं था, बल्कि एक लर्निंग जर्नी थी, जिसने मेरी सोच बदल दी। वॉलमार्ट वृद्धि के ज़रिए मुझे मार्केट ट्रेंड्स, प्रोडक्शन ऑप्टिमाइज़ेशन और कस्टमर इंगेजमेंट की स्ट्रेटेजीज़ की गहरी समझ मिली।

एक खास बात जो मैंने सीखी, वह थी – सस्टेनेबल बिज़नेस प्रैक्टिसेस की बारीकियाँ । वॉलमार्ट वृद्धि का फोकस ईको-फ्रेंडली मटेरियल्स और प्रोसेस पर था, जो मेरे विज़न से मेल खाता था। इससे मैंने अपने प्रोडक्शन में ज़्यादा टिकाऊ तरीकों को अपनाया। इससे न सिर्फ मेरे ब्रांड की पहचान बेहतर हुई, बल्कि पर्यावरण के प्रति मेरी प्रतिबद्धता भी दिखी।

इसके साथ ही, प्रोग्राम ने मुझे डिजिटल मार्केटिंग और ब्रांडिंग की स्किल्स भी दी। अब मैं अपने प्रोडक्ट्स को ज़्यादा प्रभावी ढंग से प्रमोट कर पाती हूँ और एक बड़ा ग्राहक वर्ग तक पहुँच पाई हूँ। दूसरे उद्यमियों और इंडस्ट्री एक्सपर्ट्स से जुड़कर मुझे नए आइडियाज़ और दृष्टिकोण भी मिले।

भविष्य की योजनाएँ और विस्तार

नई बिज़नेस स्ट्रेटेजीज़ अपनाने के बाद, मेरे बिज़नेस में अच्छी-खासी ग्रोथ हुई। सेल्स और ग्राहक संख्या दोनों में बढ़ोतरी हुई, और ई‑कॉमर्स प्लेटफॉर्म्स के ज़रिए मेरा मार्केट रीच भी बड़ा। मैंने करीब 20–30% ग्रोथ देखी, जो वॉलमार्ट वृद्धि से मिली स्ट्रेटेजीज़ की प्रभावशीलता को दिखाती है।

भविष्य की ओर देखते हुए, मेरी आकांक्षाएं दोहरी हैं: विस्तार और स्थिरता। मैं अपने उत्पाद श्रृंखला को व्यापक बनाने और अधिक नवाचार और पर्यावरण-अनुकूल डिज़ाइन शामिल करने के लिए उत्सुक हूं। इसके अतिरिक्त, नए बाज़ारों की खोज मेरे एजेंडे में उच्च प्राथमिकता है। मैं अपने व्यवसाय को आगे बढ़ाने के लिए ई-कॉमर्स की शक्ति का उपयोग करने में अत्यधिक संभावना देखती हूं।

आने वाले समय में, मेरी दो प्रमुख योजनाएँ हैं – विस्तार और पर्यावरण अनुकूलता । मैं अपने प्रोडक्ट रेंज को और बढ़ाना चाहती हूँ, जिसमें इनोवेशन और ईको-फ्रेंडली डिज़ाइन्स पर ध्यान रहेगा । साथ ही, नए बाज़ारों में जाने की योजना भी है । मुझे लगता है कि ई‑कॉमर्स की ताकत से मैं अपने बिज़नेस को और भी ऊँचाई पर ले जा सकती हूँ ।

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